दिल्ली हाई कोर्ट को मंदिर-मस्जिद के नाम पर वोट मांगने का विवाद: जनता की राय क्या है?


नरेंद्र मोदी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए हिंदू और सिख देवताओं और धार्मिक स्थलों के नाम पर वोट मांगने का आरोप लगाने के लिए छह सालों के लिए अयोग्य करने के लिए प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी को विचार करने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट में सोमवार (29 अप्रैल) को सुनेगा। यह याचिका आनंद एस जोंधले ने दायर की थी।

यह मामला एक महत्वपूर्ण राजनीतिक और सामाजिक मुद्दा है जिस पर हमें सभी को गहराई से सोचना चाहिए। क्या यह सच है कि राजनीतिक नेता धार्मिक संगठनों और उनके आस्थायें उपयोग करके वोट प्राप्त करने की कोशिश करते हैं? इस प्रकार की राजनीति क्या हमारे लिए सही है, या फिर यह दमनकारी है? 

आपका क्या विचार है? कृपया अपनी राय साझा करें और इस मुद्दे पर विचार विमर्श में हिस्सा लें।

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